.

शुभ स्वप्न ? (भाग २)

1. स्वप्न में हाथी, स्वर्ण, राजा, बैल, गाय, दिया, अनाज, फ़ल, फ़ूल, कन्या, छत्र, पताका, रथ, भरे हुये घट, फ़ूल, पान, मंदिर, ब्राह्मण अग्नि, श्वेत अनाज, नर्तकी, गाय का दिखाई देना यश, मान सम्मान और धन दायक होता है.

2. काली दर्शन, स्फ़टिक, इंध्रधनुष, और वह्र प्राप्त होते हुये देखना मान सम्मान प्राप्ति का सूचक होता है.

3. स्वप्न में दैदिप्यमान नारी अगर अपने आपको, आपका स्वामी स्वीकार करती है, और आप उसके बाद आप तत्काल जाग उठते हैं तो यह निश्चय ही अतुलनीय धन प्राप्ति का सूचक है.

4. मछली मांस, मोती, शंख, चंदन, आंवला, हीरा, मदिरा, स्वर्ण, रक्त, मल (विष्ठा) फ़लती फ़ूलती लता और आम को देखना शुभ तथा धन दायक होता है.

5. स्वपन में जलती हुई अग्नि का दिखाई देना धन और बुद्धि प्राप्ति का स्पष्ट संकेत होता है.

6. ब्राह्मणों का दर्शन और उनके द्वारा आशीर्वाद प्राप्त करना लेखन में सफ़लता और सुख सौभाग्य का परिचायक होता है.

7. स्वप्न में ब्राह्मण द्वारा दी गई वस्तु प्राप्त करते हुये देखना, ब्राह्मण द्वारा दिया गया आशीर्वाद, उसके द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त करते हुये अपने आपको देखना, धन और आयुष्य की वॄद्धि कारक होता है. अगर स्वप्न में ब्राह्मण आपसे संतुष्ट होकर अपनी कन्या देता दिखे तो यह स्वप्न निश्चय ही एक विशाल औद्योगिक साम्राज्य की स्थापना का स्पष्ट संकेत है.

8. ब्राह्मण द्वारा मंत्र दिया जाना देखने वाला विद्वान होता है और अगर कोई देव प्रतिमा वह ब्राह्मण देता दिखे तो यह मंत्रोपासना की सिद्धि एवं इष्टकृपा का सूचक है.

9. सफ़ेद वस्त्राभूषण और श्वेत मालाओं से अलंकृत सुंदरियां द्वारा आलिंगन प्राप्त करते देखना सुख सौभाग्य और धन दायक होता है.

10. पीले वस्त्राभूषण और पीले फ़ूलों की मालाओं से युक्त सुंदरियों द्वारा आलिंगन प्राप्त करते हुये देखने पर कल्याण की प्राप्ति होती है.

11. स्वप्न में उच्च कुलीन, प्रसन्न चित स्त्री घर आते हुये दिखे, उसे अवश्य ही अभीष्ट सिद्धि प्राप्त होती है. ब्राह्मण/ब्राह्मणी द्वारा मुस्काराते हुये अगर कोई फ़ल देवें तो अवश्य ही पुत्र प्राप्ति का संकेत है. स्वप्न में ब्राह्मण द्वारा दिया आशीर्वाद, उसके द्वारा दी गई कोई भी वस्तु प्राप्त की जाती हुई देखना अथाह सुख सौभाग्य, धन संपति, यश मान, विजय, रत्न और समस्त इच्छाओं के पूरा होने का संकेत है. यह अति सर्व श्रेष्ठ कोटि का स्वप्न होता है.

12. स्वप्न में सपत्निक ब्राह्मण को अपने घर आते हुये देखना समस्त सिद्धियों का आगमन समझना चाहिये.

13. किसी वीरांगना का गृह आगमन देखना लक्ष्मी आगमन का संकेत है.

14. सात आठ वर्षीय, सुंदर अलंकृत कुंआरी कन्या संतुष्ट, प्रसन्न होकर कोई पुस्तक दे तो यह विख्यात कवि या लेखक होने का संकेत है, अगर वो कन्या स्नेहमयी माता की तरह पढाती हुई दिखे या पिता की तरह यत्नपूर्वक पढाती हुई दिखे, या किसी प्रकार का कोई ज्ञान दे तो हर हाल में विद्वान होने, अपने शोध और खोजों में सफ़ल होने, पी.एच.डी पूर्ण होने का स्पष्ट संकेत समझना चाहिये.

15. इसी तरह अगर रास्ते में कोई पडी हुई पुस्तक प्राप्त हो तो भी यह विद्वान और लेखन में सफ़लता को द्योतक है.

(भाग १)

[अपने सपनों को विश्लेषित करते समय यह जरूर ध्यान रखें कि सपनों का क्रम, घटनाएं सदैव उलझी हुई और सब कुछ गड्ड मड्ड रहता है. कुछ याद रह जाता है, कुछ भूल जाते हैं. अत: सपनों में देखी गई घटनाओं को शांत चित होकर क्रमवार व्यवस्थित रखकर उनका अध्ययन करने से उनके बारे में आप सटीकता से जान पायेंगे]