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व्यापारिक अवरोध कैसे दूर करें ?

जीवन-यापन के लिए व्यक्ति को कोई न कोई रोजी रोजगार, व्यवसाय तो अवश्य करना पडता है और हर व्यक्ति यही कामना करता है कि वह जो भी कार्य करता है उसमें दिन-दूनी और रात चौगुनी उन्नति हो. किन्तु यदि किसी को अपने कार्य-व्यवसाय में निरन्तर हानि-परेशानी का सामना करना पड रहा हो, लगातार घाटा उठाना पड रहा हो और इस कारण व्यक्ति आर्थिक संकटों में घिरा हो तो उन्हे निम्नलिखित मन्त्र की शरण लेनी चाहिए. यह मन्त्र उनके घाटे-नुक्सान की भरपाई तो करेगा ही, साथ ही व्यापार में आशाजनक लाभकारी वृद्धि भी करेगा.

ॐ श्रीं श्रीं श्रीं परमां सिद्धि श्रीं श्रीं श्रीं
किसी भी महीने की त्रयोदशी तिथि अर्थात प्रदोष के दिन निराहार रहें और केवल फलाहार ही करें. सांयकाल शिवलिंग पर शुद्ध घी का आटे का दीपक जलायें. तदुपरान्त रात्रिकाल में इस मन्त्र की 5 माला जाप करें. यह क्रिअय लगातार 7 प्रदोष वारों तक करें तो इससे व्यापार के समस्त अवरोध समाप्त हो जायेंगें तथा वह खूब फलने-फूलने लगेगा. तीसरे प्रदोष से ही आपको इसके शुभ फल दिखाई देने लगेंगें.