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अंक ज्योतिष

पश्चिमी देशों में अंक ज्योतिष का प्रचलन बहुत ज्यादा है और वर्तमान में यह भारत में भी बहुत ही लोक प्रिय हो रहा है. अंक ज्योतिष एक ऎसी पद्धति है,जिसमें व्यक्ति के नामांक (Name number), मूलांक (Root Number) और भाग्यांक (Destiny Number) द्वारा उसके बारे में भविष्य कथन किया जाता है. अगर व्यक्ति के नामांक, मूलांक और भाग्यांक इन तीनों का आपस में ताल मेल नही है तो यह जातक के लिए विशेष शुभकारी नही होता. नामांक का अंक निर्धारण अंग्रेजी अक्षरों के द्वारा किया जाता है. और मूलांक और भाग्यांक जन्म तारीख के अनुसार तय होते हैं.

अंक ज्योतिष में नामाक्षरों में अक्षर घटा/बढाकर नामांक का अंक अनुकूल किया जाता है. परंतु इस विधि में भी यह पाया गया है कि कई बार मूलांक और भाग्यांक के अंक आपस में सामंजस्य नही रखते हैं जिसका कोई समाधान भी नही है. नामांक के अंक को तो नाम के अक्षर बदल कर बेशक अपने अनूकूल किया जा सकता है परन्तु मूलांक और भाग्यांक को कभी बदला नहीं जा सकता. जैसे 2/11/1963 को जन्में व्यक्ति का मूलांक 2 है और भाग्यांक ( 2+1+1+1+9+6+3 = 5) होता है 5 और इन दोनो अंको का यानि 2 और 5 का आपस में कोई सामंजस्य नही बनता. और ऐसे असामंजस्य वाले अंक अच्छा फ़ल नही देते और जातक ना इनको बदल सकता है और ना ही कुछ उपाय कर सकता है. शायद अंक ज्योतिष में भी यही स्थिति प्रारब्ध भोगने जैसी है. आगामी अंको मे अपने पाठकों को इस विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की जायेगी.

अंकशास्त्र क्या है? पढिये.....