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स्वपनों का संसार


शायद ही कोई इंसान होगा जिसने कभी सपने ना देखें हों? अक्सर हम सपने देखते हैं पर कई लोग कहते हैं कि उन्हें सपने नही आते. शायद वो सपनों को याद नही रख पाते. सपनों के माध्यम से हमें पृकृति बहुत कुछ कहती है. पर ये अलग बात है कि हम उस संदेश को कितना समझ पाते हैं? हम सपने देखते हैं और जागने के कुछ ही देर बाद भूल भी जाते हैं. अक्सर कई कई दिनों तक हम एक ही सपना देखते हैं और उसका मतलब नही समझ पाते.

आयुर्वेद और होमियोपैथी चिकित्सा में तो सपने के आधार पर रोग की पहचान भी की जाती है यानि सपने भी रोगी के कफ़, पित और वात दोशों के असंतुलन का परिणाम हो सकते हैं पर कुछ सपने निश्चित ही इन दोषों के उपर और अलग होते हैं जो हमसे कुछ कहना चाह्ते हैं.

जैसे ज्योतिष शास्त्र के नौ ग्रहों और बारह राशियों के अधीन हमारा जीवन नियंत्रित रहता है और हम जिस ग्रह की दशा महादशा के अधीन चलते हैं उसी तरह के सपने भी परमात्मा हमें हमारी विपरीत परिस्थितियों से निकलकर जीवन में सफ़लता पाने के संकेत स्वरूप दिखाता है. अब ये अलग बात है कि हम उनको कितना समझ पाते हैं. हमारा तो यह मानना है कि सपने तो वो जगत नियंता हमको दिखाता है जो भविष्य का आईना होते हैं.

सपनों का विश्लेषण अति दुरूह कार्य है. धीरे धीरे सपनों को समझना पडता है, उनको याद रखना पडता है. जैसे ही कोई सपना आये उसको उठते ही कागज पर लिख लिया जाना चाहिये. जब भविष्य में वो घटना घटित हो तब उसकी सत्यता आपको पता चलेगी. हम इस विषय में अलग अलग सपनों का फ़ल समझाने की कोशीश करेंगे जिनसे आप अवश्य फ़ायदा उठा सकेंगें.

अगर कोई स्वपन आपको बार बार दिखाई पड रहा है तो समझ लिजिये कि विधाता आपको उस स्वपन के माध्यम से कुछ विशेष संदेश देना चाह रहा है. यदि आप ऎसे किसी संकेत को समझ पाने में असफ़ल हैं तो स्वपन का पूर्ण विवरण हमें लिख भेजिए. आपकी जन्मकुंडली की दशानुरूप हम आपको उस संकेत को समझने के लिये अवश्य सुझाव देंगें.