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साप्ताहिक भविष्यफ़ल : - 23 जनवरी 2012 से 29 जनवरी 2012 तक

साप्ताहिक भविष्यफ़ल : - 23 जनवरी 2012 से 29 जनवरी 2012 तक



(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
सप्ताह की शुरूआत में मन प्रसन्न रहेगा, कारोबार में उन्नति और जीवन साथी से मधुर संबंध, नई कार्य योजनाएं यथार्थ रूप लेंगी. कारोबार एवम आय में वृद्धि होगी. सप्ताह के मध्य में कार्य की अधिकता की वजह से स्वभाव में चिडचिडापन रहेगा, लेकिन धन आगमन सुगमता पूर्वक होगा सभी कार्य यथा समय पूर्ण हो सकेंगे. सप्ताहांत में भ्रमण मनोरंजन एवम भोगविलास की सामग्री पर खर्च होगा, मन आनंदित रहेगा.


( इ, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
सप्ताह की शुरूआत में आपकी पूर्व मे बनाई योजनाओं को आप मूर्त रूप देने की कोशीश करेंगे, इसमें भाग्य का साथ भी मिल पायेगा. खर्चों की अधिकता रहेगी, किसी कार्ययोजना के लिये ॠण आदि प्राप्त करने में सफ़लता मुश्किल से मिलेगी. सप्ताह मध्य में सभी कार्य योजनाएं के मूर्त रूप लेने की संभावना है, कार्य की अधिकता रहेगी, शांति पूर्वक कार्य करें. सप्तांत में आपकी मेहनत का परिणाम मिलेगा.


(क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह)
आप जिन योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं उनमे आपकी मेहनत और श्रम चालू रहेगा. सप्ताह के मध्य में आपको लगेगा कि अब कार्य पूरा हुआ..अब कार्य पूरा हुआ, किंतु ग्रहों की स्थिति अनुसार आपके श्रम का कोई विशेष फ़ल प्राप्त नही हो पायेगा. आप अपनी योजनाओं को गुप्त रूप से कार्यान्वित करते रहें, अभी तो सप्ताह अंत तक आपका आय व्यय बराबर रहेगा. पारिवारिक सहयोग आपको मिलता रहेगा

(हि, हु, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
सप्ताह की शुरूआत में भाग्य और धर्म का सुंदर सहयोग मिलेगा, अगर आप कुंआरे हैं तो विवाह प्रस्ताव प्राप्त होने की प्रबल संभावना हैं जो कि सफ़ल भी हो सकेंगे. सप्ताह मध्य में जरा सा मन खिन्न रहेगा, बिना किसी कारण ही मन मे निरूत्साह हावी रहेगा. सप्ताहांत में आपके सारे बचे हुये काम बन जायेंगे. धनागमन होगा एवम जीवन साथी और मित्र जनों का सहयोग प्राप्त होगा.


(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
सप्ताह की शुरूआत में शरीर में आलस्य की अधिकता रहेगी, अगर आप किसी पुराने रोग के मरीज हैं तो वह रोग फ़िर से उभर आने की संभावना रहेगी. सप्ताह मध्य में भाग्य वश धन का आगमन अच्छा होगा, कार्य व्यवसाय गति पकडेगा किंतु सप्ताहांत में कार्य का बोझ और कार्य पूर्ण ना होने की वजह से मन में खिन्नता बनी रहेगी.


(टो, पा, पी, पू, प, ण, ठ, पे, पो)
सप्ताह की शुरूआत में मन नेक कार्यों में लगा रहेगा, किसी धार्मिक कार्य में धन खर्च होगा, बुद्धि में स्थिरता रहेगी. सप्ताह मध्य में भाग्य से आय अच्छी होगी जिससे मन प्रफ़ुल्लित रहेगा. इसके बावजूद भी शरीर में कुछ रुग्णता महसूस होगी जो कि सप्ताहांत तक दूर होकर प्रसन्नता में बदल जायेगी.


(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
कार्य व्यवसाय के दबाव और उसमें सफ़लता के साथ ही यह सप्ताह शुरू हो रहा है. किंतु अपनी कार्य योजनाओं और व्यापारिक रणनीति को गोपनीय रखें वर्ना विरोधियों से नुक्सान उठाना पड सकता है. कुल मिलाकर इस सप्ताह आप अपने वाक चातुर्य से सभी कार्य सुधार लेंगे और इच्छित सफ़लता प्राप्त करेंगे. परिवार जनों के लिये समय नही निकाल पायेंगे, जिसकी वजह से उनकी नाराजी उठानी पडेगी एवम कार्य की अधिकता की वजह से थकान महसूस करेंगे.


(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
सप्ताह की शुरूआत में परिश्रम और कर्मठता से आपको कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी. सप्ताह के मध्य में कार्य की अधिकता की वजह से आपका समय परेशानी भरा व्यय्तीत होगा जिससे मन में उदासी रहेगी, अनावश्यक यात्राओं को टालें. जरूरी ही हो तो मुंह मीठा करके जल पीकर, उसके बाद ही यात्रा को निकले. जो स्वर चल रहा हो उसी पैर को पहले आगे बढाते हुये यात्रा को जाये. सप्ताहांत में सभी परेशानियां समाप्त होकर हंसी खुशी का वातावरण बनेगा.


(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फ़, ढ, भे)
सप्ताह की शुरूआत अत्यधिक सुंदर हो रही है. आप अगर संतान की इच्छा रखते हैं तो इस समय आपको परिवार में बढोत्तरी का शुभ समाचार सुनने को मिलेगा. धन की आवक भी अच्छी रहेगी, अटका हुआ धन भी प्रात होगा. सप्ताह मध्य में आप किन्ही विशेष गुप्त योजनाओं को मूर्त रूप देने में व्यस्त रहेंगे. और सप्ताहांत तक आप इच्छित कार्य पूर्ण करने में जुटे रह कर सफ़लता प्राप्त कर पायेंगे और इच्छित लाभ भी प्राप्त करने में सफ़ल रहेंगे.


(भो, जा, जी, जू, जे, जो, खा, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
भाग्य और कर्म का अदभुत समन्वय इस सप्ताह की शुरूआत में रहेगा, इच्छित कार्य पूरे होंगे, जीवन साथी से थोडा मनमुटाव रहने की संभावना है. सप्ताह मध्य में भी आपका कार्य व्यवसाय व्यवस्थित चलेगा परंतु अकारण मन में विषाद रहेगा. सप्ताहांत कार्य व्यव्साय की उलझनों में ही व्यतीत हो जायेगा जिससे थोडी थकान महसूस करेंगे. खान पान व्यवस्थित रखें.


(गु, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द)
सप्ताह की शुरूआत में मन में बेचैनी और शरीर में रूग्णता व्याप्त रहेगी. धन भी अटकेगा, आमदनी में भी परेशानी रहेगी. खर्चों की तनिक अधिकता रहेगी. सप्ताह मध्य में हंसी खुशी का वातावरण बन जायेगा, शरीर में चुस्ती फ़ुर्ती बहाल होगी और सप्ताहांत में धनागमन होकर कुटुंबी जनों का सहयोग और सुख प्राप्त होगा


(दी, दू, ठ, झ, दे, दो, चा, ची)
सप्ताह की शुरूआत में ही कार्य भार की अधिकता रहेगी, आप ऐसे कार्यों में व्यस्त रहेंगे जो अनावश्यक होंगे और उनकी वजह से आप तनाव ग्रस्त रहेंगे. सप्ताह मध्य में खर्चों की अधिकता की वजह से मन में उदासीनता रहेगी. बुद्धि भ्रम की स्थिति बनेगी. सप्ताहांत में आप तंदरूस्ती प्राप्त करेंगे और आपका अभी तक का अव्यवस्थित कार्य व्यवस्थित होगा. गैर जरूरी कार्यों से बचें.
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